पंचांग 4 अक्टूबर 2021
पंचांग 4 अक्टूबर 2021 सुविचार श्रिय: प्रसूते विपदः रुणद्धि, यशांसि दुग्धे मलिनं प्रमार्टि। संस्कार सौधेन…
धर्म संस्कृति
पंचांग 4 अक्टूबर 2021 सुविचार श्रिय: प्रसूते विपदः रुणद्धि, यशांसि दुग्धे मलिनं प्रमार्टि। संस्कार सौधेन…
पंचांग 3 अक्टूबर 2021 सुविचार आरभन्तेऽल्पमेवाज्ञाः कार्यं व्यग्रा भवन्ति च। महारम्भाः कृतधियः तिष्ठन्ति च निराकुलाः।।…
पवन सारस्वत मुकलावा चुम्बकीय व्यक्तित्व के धनी लाल बहादुर शास्त्री 2 अक्टूबर के दिन देश…
पंचांग 2 अक्टूबर 2021 सुविचार अन्तो नास्ति पिपासायाः सन्तोषः परमं सुखम्। तस्मात्सन्तोषमेवेह परं पश्यन्ति पण्डिताः॥…
पंचांग 1 अक्टूबर 2021 सुविचार सुशीलो मातृपुण्येन, पितृपुण्येन चातुरः। औदार्यं वंशपुण्येन, आत्मपुण्येन भाग्यवान्॥ भावार्थ कोई…
पंचांग 30 सितम्बर 2021 सुविचार अग्नौ प्रास्तं तु पुरुषं कर्मान्वेति स्वयंकृतम्। तस्मात्तु पुरुषो यत्नाद् धर्मं…
पंचांग 29 सितम्बर 2021 सुविचार अनुद्वेगकरं वाक्यं सत्यं प्रियहितं च यत्। स्वाध्यायाभ्यसनं चैव वाड्मयं तप…
पंचांग 28 सितम्बर 2021 सुविचार दाने तपसि शौर्ये च विज्ञाने विनये नये। विस्मयो न हि…
पंचांग 27 सितम्बर 2021 सुविचार लुब्धमर्थेन गृणीयात् क्रुद्धमञ्जलिकर्मणा। मूर्ख छन्दानुवृत्त्या च तत्वार्थेन च पण्डितम्।। भावार्थ…
पंचांग 26 सितम्बर 2021 सुविचार विद्या मित्रं प्रावासेषु भार्या मित्रं गृहेषु च। व्याधितस्योषधं मित्रं धर्मों…
पंडित दीन दयाल उपाध्याय एक जाने–माने अर्थशास्त्री, लेखक, संपादक, राजनीतिक वैज्ञानिक, पत्रकार, समाजशास्त्री, इतिहासकार, विचारक,…
पंचांग 25 सितम्बर 2021 सुविचार श्रिय: प्रसूते विपदः रुणद्धि, यशांसि दुग्धे मलिनं प्रमार्टि। संस्कार सौधेन…
पंचांग 24 सितम्बर 2021 सुविचार विपदी धैर्यमथाभ्युदये क्षमा सदसि वाक्पटुता युधि विक्रमः। यशसि चाभिरूचित्र्यसनं श्रुतौ…
बरगद और पीपल के वृक्षों को देववृक्ष माना जाता है। क्योंकि वे हमें प्राणवायु अर्थात…
प्रमोद भार्गव सनातन संस्कृति में श्राद्ध कर्म जीवन का अंतिम संस्कार अंत्येष्टि संस्कार है। इसी…
पंचांग 22 सितम्बर 2021 सुविचार स्वभावं न जहात्येव साधुरापद्गतोऽपि सन्। कर्पूरः पावकस्पृष्टः सौरभं लभतेतराम्।। भावार्थ…
पंचांग 21 सितम्बर 2021 सुविचार सर्वार्थसंभवो देहो जनित: पोषितो यतः। न तयोर्याति निर्वेशं पित्रोर्मत्र्य: शतायुषा।…
पंचांग 20 सितम्बर 2021 सुविचार आरोप्यते शिला शैले यत्नेन महता यथा। पात्यते तु क्षणेनाधस्तथात्मा गुणदोषयोः।।…