नववर्ष का अभिनन्दन

नववर्ष का अभिनन्दन

 धर्मेन्द्र कुमार

नववर्ष का अभिनन्दननववर्ष का अभिनन्दन

स्वागत करते हैं और वन्दन करते हैं।

हिन्दू नववर्ष का अभिनन्दन करते हैं॥

चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा को

नवसंवत्सर आता है;

धरती का शृंगार देखकर

मन हर्षित हो जाता है।

माथे पर रोली अक्षत

और चन्दन करते हैं॥

हिन्दू नववर्ष का … ॥1॥

ब्रह्माजी द्वारा इसी दिवस

सृष्टि रचना आरम्भ हुआ;

शक हूणों को मार भगा

विक्रम संवत् प्रारम्भ हुआ।

बिहू चेटीचंड का

अभिनन्दन करते हैं॥

हिन्दू नववर्ष का … ॥2॥

बस्ती बस्ती और घर घर में

भगवा ध्वज लहराएंगे;

घर चौबारे दीप जला

अपना नववर्ष मनाएंगे।

मॉं दुर्गा प्रभु राम को

पद-वन्दन करते हैं॥

हिन्दू नववर्ष का … ॥3॥

वेद धर्म की रक्षा हेतु

हरि ने मत्स्यावतार लिया;

झूलेलाल गुरु अंगद जी ने

धरती पर अवतार लिया।

केशव तुमको कोटि कोटि

अभिवादन करते हैं॥

हिन्दू नववर्ष का … ॥4॥

हर गॉंव में सबका एक ही

मन्दिर, कुआं, श्मशान हो; 

ऊंच नीच और छुआछूत का

कोई नाम निशान ना हो।

सभी सहोदर भारत मॉं को

वन्दन करते हैं॥

हिन्दू नववर्ष का … ॥5॥

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1 thought on “नववर्ष का अभिनन्दन

  1. बहुत शानदार प्रस्तुति भाई साहब

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