नेपाल में अताबुल मियां ने पुजारी पर किया जानलेवा हमला

नेपाल में अताबुल मियां ने पुजारी पर किया जानलेवा हमला

नेपाल में अताबुल मियां ने पुजारी पर किया जानलेवा हमलानेपाल में अताबुल मियां ने पुजारी पर किया जानलेवा हमला

नेपाल। जब से नेपाल में माओवाद ने अपने पांव फैलाए हैं, तब से वहॉं मुस्लिम जनसंख्या बढ़ी है और हिन्दुओं व पुजारियों पर हमलों की घटनाएं आए दिन सामने आने लगी हैं। 

हाल ही में 18 अप्रैल, गुरुवार को नेपाल के सिरहा जिले में राम जानकी मंदिर के पुजारी हेबू मुखिया पर अताबुल मियाँ ने जानलेवा हमला किया और ईंट से उनका सिर फोड़ दिया। आस पास के लोगों ने गंभीर अवस्था में पुजारी को विराटनगर अस्पताल में भर्ती करवाया। हमले का कारण पुजारी की जमीन पर कब्जा करने की मंशा बताया जा रहा है।

स्थानीय लोगों के अनुसार नेपाली हिन्दुओं पर दिन दहाड़े़ हमला नेपाल की शांति और सुरक्षा को खुली चुनौती है। नेपाल के शरद शर्मा ने कहा कि पाकिस्तानी मुस्लिमों को नागरिकता देने का परिणाम सामने आना शुरू हो चुका है। यह मुस्लिमों को गले लगाने का परिणाम है।

हिन्दू सम्राट सेना ने किया घटना का विरोध 
नेपाल में सक्रिय हिन्दू सम्राट सेना के अध्यक्ष राजेश यादव ने सम्पूर्ण घटना की जानकारी देते हुए कहा कि घटना सिरहा जिले के कल्याणपुर क्षेत्र की है। गुरुवार की रात लगभग 8 बजे पुजारी मंदिर में आरती आदि कर के घर लौट रहे थे। तभी उन पर अताबुल मियाँ ने हमला कर दिया। पुलिस ने अताबुल मियाँ को गिरफ्तार कर लिया।

हिन्दू सम्राट सेना का आरोप है कि राजनैतिक दबाव के कारण पुलिस ने अताबुल को बिना केस दर्ज किए ही छोड़ दिया। हिन्दू सम्राट सेना के सदस्यों ने अताबुल मियाँ की गिरफ्तारी की माँग की है। इस माँग के लिए संगठन ने सिरहा जिले के पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पर प्रदर्शन की चेतावनी दी है। पुजारी पर हुए हमले में अताबुल को हत्या के प्रयास की धाराओं में गिरफ्तार किए जाने की माँग की जा रही है।

जमीन हड़पने की मंशा 
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुजारी ने स्थानीय हिन्दू से एक जमीन खरीदी थी। जिसे अताबुल मियाँ हड़पना चाहता है। इसके लिए वह पुजारी हेबू मुखिया पर जमीन को फ्री में उसे सौंपने का दबाव लम्बे समय से बनाता आ रहा है। कुछ समय पहले भी उसने पुजारी को हथियार से मारने का प्रयास किया था।

प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान हिन्दुओं पर हमला

इसी वर्ष फरवरी में नेपाल के रौतहट जिले में हिन्दुओं पर तब हमला हुआ था, जब वे माता सरस्वती की प्रतिमा को नदी में विसर्जित करने जा रहे थे। जैसे ही यह यात्रा ईशनाथ के पास मस्जिद के आगे पहुँची। मुसलमानों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। घटना के विरोध में हिन्दू संगठनों ने 19 फरवरी, 2024 को वीरगंज बंद का आह्वान किया। इस बंदी में भी मुस्लिम भीड़ नारेबाजी करती हुई सड़कों पर उतर आई और भगवान राम के चित्र वाले भगवा ध्वज को नोच कर गटर में फेंक दिया साथ ही मंदिर में तोड़फोड़ की।

कई वर्ष पहले भी दो भारतीय पुजारियों को निर्वस्त्र कर पीटे जाने की घटना सामने आई थी। दोनों ऐतिहासिक पशुपतिनाथ मंदिर में पुजारी थे।

नेपाल के कई सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि नेपाल की सीमा पर अब रोहिंग्या बस चुके हैं, जो नेपाल के लिए खतरा हैं। देश में घुसपैठियों की संख्या बढ़ती जा रही है जो कि यहॉं के मूल निवासियों के लिए नकारात्मक परिस्थिति उत्पन्न कर रही है।

 

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