संस्कृत भारती

कलाएं मनुष्य को एन्द्रिक सुखानुभूति से ऊपर उठाकर आनन्दमय कोष की ओर ले जाती हैं- इन्दुशेखर

कलाएं मनुष्य को एन्द्रिक सुखानुभूति से ऊपर उठाकर आनन्दमय कोष की ओर ले जाती हैं…