जिनके जीवन समिधा बन गए, है उनका अभिमान तिरंगा
श्रुति मेरा है अभिमान तिरंगा भारत मां की शान तिरंगा जो ध्वज का अवरोहण करते…
कविताएं
श्रुति मेरा है अभिमान तिरंगा भारत मां की शान तिरंगा जो ध्वज का अवरोहण करते…
देवेन्द्र भारद्वाज ‘वैर’ निकल पड़े हैं सब रामजी के काम से बनने लगा है मंदिर…
भंवरसिंह राजपुरोहित मत बहाओ व्यर्थ पानी, कल प्यासे मर जाओगे। नहीं बरसेगा बादल तो, अन्न…
तनेंद्र सिंह राठौड़ खिरजा रणबांकों रणधीरों रा जस रा मीठा गान अठे, हेताळू मेहमानों रा…
कर्नल(से.नि.)विवेक प्रकाश सिंह जब हुई होगी स्त्री की कल्पना पृथक ही होगी विधा की कामना।…
दीपक आजाद ख़ामोशी में शोर गूंजता, महफ़िल में तन्हाई है आज़ादी के जश्न में यारो…
शुभम वैष्णव टूट जाऊं मैं कभी तो यह बात परिंदों से कह देना, अभी हिसाब…
वीरमाराम पटेल केवल भाषा नहीं मॉं भारती के शृंगार की बिंदी हूं, पूरे देश को…
सेवा निवृत कर्नल विवेक प्रकाश सिंह बल भुजाओं में है तो मंगल सभी उद्भाव होंगे,…
श्रुति आहत देश सहमता जीवन व्यापक हुई यहां महामारी याद आ गई हैं मुझको तो…
डॉ. सीमा दायमा निज स्वार्थ हेतु मति मलिन पुरुषार्थ घायल हुआ पाशविकता ने सीमा लांघी…
वीरमाराम ढाई अक्षर का वक्र, और ढाई अक्षर का तुंड। ढाई अक्षर की रिद्धि और…
वीरमाराम पटेल लक्ष्मी की ललकार से मिली थी आजादी, तात्या की तलवार से मिली थी…
शुभम वैष्णव मां को मां ना लिखूं तो क्या लिखूं मां को जिंदगी ना लिखूं…
वीरमाराम पटेल राष्ट्र के लिए उतने ही राम हैं जितने शरीर के लिए प्राण हैं।…
चंदन शर्मा प्रतिक्षण विषपान को तत्पर जो, कष्टों के घट को मथकर जो, कंटक की…
मीनू गेरा भसीन अपरिहार्य है मृत्यु भला उससे क्या डरना हर हाल में हों अच्छे…
वीरमाराम पटेल सुनो चीन अब यह वो भारत नहीं जो सफेद कपोत उड़ाता था, तेरे…